करनाल -नशे की तस्करी करता सेना का हवलदार गिरफ्तार

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करनाल – करनाल पुलिस ने  नशे की तस्करी करने वाले सेना के हवलदार को गिरफ्तार किया है l  बीती रात रणबीर सिंह व उनकी टीम को काछवा ओवर ब्रीज के नीचे खाली जगह पर एक कार संदिग्ध हालात में नजर आई और उस गाड़ी के पास खड़ा एक व्यक्ति पुलिस की गाड़ी को देखते ही पुरी फुर्ती के साथ गाड़ी में घुस गया।
उसके इस प्रकार से करते ही रणबीर सिंह को उस पर शक हुआ और उन्होंने गाड़ी रूकवाकर उस गाड़ी में मौजूद व्यक्तियों से पूछा कि वे कहां से आए हैं व यहां किस लिए खड़े हैं। इतनी बात सुनते ही गाड़ी की पीछे की सीट पर बैठे व्यक्ति ने अपनी खिड़की खोली व निकलकर भागने का प्रयास करने लगा। लेकिन वहां पर मौजूद पुलिस टीम ने अपनी सजगता का परिचय देते हुए, उसे धर दबोचा। गाड़ी की तलाशी पर पुलिस टीम को उससे 01.503 किलोग्राम अफीम बरामद हुई, जो पुलिस टीम द्वारा तुरंत प्रभाव से दोनों व्यक्तियों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया।
गाड़ी से भागने का प्रयास करने वाले आरोपी की पहचान अखिल देव पुत्र द्वारिकापाल वासी नवादा जिला गडवा झांरखंड के रूप में हुई, जो सेना में मैडीकल कोर मेरठ कैन्ट में हवलदार के पद पर तैनात है। पुलिस पुछताछ पर उसने बताया कि मै इस महीने छुटटी पर अपने घर गांव नवादा , झारखंड राज्य में गया था और वहां से 12.05.19 को मेरठ आया था। जो मेरठ आते समय मै अपने गांव से 02 किलोग्राम अफीम लाया था और यह गाड़ी वह मेरठ कैन्ट से किराये पर लेकर आया है। आरोपी ने बताया कि मेरे पास आधा किलोग्राम अफीम मेरठ कैन्ट में मेरे बक्से में रखी हुई है। पुलिस पुछताछ पर आरोपी ने बताया कि यह अफीम वह अपने गांव से अपने भाई रवि से लेकर आया था।
पुलिस टीम द्वारा आरोपी के खिलाफ थाना सिविल लाईन करनाल में मुकदमा नं0- 415/22.05.19 धारा एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत दर्ज किया गया।  आरोपी को  अदालत के सामने पेशकर 06 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है, जो दौराने रिमांड आरोपी की निशानदेही पर मेरठ कैन्ट उसके बक्से में रखी अफीम बरामद की जाएगी व उसके भाई रवि को गिरफतार किया जाएगा और साथ ही यह पता लगाया जाएगा कि वह करनाल में यह किसको देने के लिए आया था व नशे की तस्करी के कारोबार में उसका अन्य साथी कौन है और वह कब से नशे की तस्करी का कारोबार कर रहा है।
निरीक्षक विरेन्द्र राणा ने बताया कि करीब तीन महीने पहले आरोपी के भाई रवि को भी जिला पुलिस करनाल द्वारा नशा तस्करी करते हुए गिरफतार किया गया था और आरोपी अपने भाई के मामले की पैरवी के लिए करनाल में आता था, जिस दौरान इसके तार करनाल के नशा तस्करों से जुड़ गए। जिनके संबंध में रिमांड के दौरान आरोपी से पूछताछ कर पता लगाया जाएगा l