करनाल – गीता मानव को कर्म करने का बोध सिखाती है : कर्णदेव काम्बोज

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करनाल – समस्त मानव जाति के कल्याण के लिए पवित्र ग्रंथ गीता का ज्ञान बेहद जरूरी है। गीता ऐसा पवित्र गं्रथ है जो मानव को कर्म करने का बोध सिखाती है। गीता ज्ञान के बिना मानव का जीवन सफल नहीं हो सकता, बिना ज्ञान के मानव का जीवन अंधकारमय रहेगा, इसलिए मानव जीवन को सफल बनाने और प्रकाश के लिए पवित्र ग्रंथ गीता की साधना करना जरूरी है l मंत्री कर्णदेव काम्बोज सोमवार को करनाल के हुडा सैक्टर 12 के मैदान में जिला स्तरीय गीता महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। इससे पहले मंत्री ने यज्ञ में पूर्ण आहूति दी तथा प्रदर्शनी का अवलोकन किया और श्रीमद्भगवदगीता के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार जहां विकास की ओर अग्रसर है वहीं प्रदेश के नागरिकों को संस्कारवान बनाने के लिए गीता जयंती जैसे महोत्सव आयोजित कर रही है। गीता जयंती महोत्सव ऐसा धार्मिक कार्य है जो मानव मात्र को कर्म करने की शिक्षा देता है। गीता समाधान है, गीता गीत है, गीता संगीत है, गीता आनंद है, गीता रहस्य है, गीता भविष्य है जो मानव गीता को अपने जीवन में धारण करेगा उसके जीवन में कभी अंधकार नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश देकर मोह से मुक्ति दिलाई थी जिसके कारण ही अधर्म पर धर्म की और असत्य पर सत्य की जीत हुई थी। पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को पूरे विश्व में पहुंचाने के लिए हरियाणा सरकार की ओर से वर्ष 2016 में कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की शुरूआत की। पूरे विश्व में गीता का उपदेश फैले इसके लिए 15 देशों ने अपने-अपने देश में गीता जयंती मनाने का निर्णय लिया है, इसी कड़ी में फरवरी 2019 में मॉरिशिस में गीता जयंती पर्व मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा महाभारतकाल से जुड़े 48 कोस की परिधि में स्थापित तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार करवाया जा रहा है और बच्चों को संस्कारवान बनाने के उद्देश्य से पाठ्यक्रम में गीता को शामिल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा मथुरा से कुरुक्षेत्र तक श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलगाड़ी चलाई गई है।
इस मौके पर नगरनिगम के आयुक्त राजीव मेहता ने मुख्य अतिथि व आए हुए अतिथियों का स्वागत किया और जिला में चल रही दो-दिवसीय गीता जयंती महोत्सव की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गीता के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए स्कूली बच्चों की रंगोली, पेंटिंग व श£ोकोच्चारण प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया। इसके अलावा स्थानीय पंचायत भवन में सेमिनार का आयोजन किया गया तथा 18 दिसम्बर को विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की ओर से गीता के 18 अध्यायों को अंकित करने वाली सुंदर झांकियों से सुशाभित शोभा यात्रा निकाली जाएगी।
कार्यक्रम में आयुक्त राजीव मेहता, नगराधीश अनुपमा सांगवान, डीआईपीआरओ सुनील बसताड़ा, जिला शिक्षा अधिकारी ईश्वार मान, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी राजपाल, उप-जिला शिक्षा अधिकारी सपना जैन, जियो गीता से श्याम बत्रा, प्रिंसिपल डॉ. सत्यपाल, डॉ. सुशील कुमार, प्राध्यापक मनदीप शर्मा, ने प्रशासन की ओर से मंत्री कर्णदेव काम्बोज को स्मृति चिन्ह व शॉल भेंट की।